धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
करत सदा शत्रुन क्षयकारी ॥ नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे ।
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा
शिव चालीसा का पाठ पूर्ण भक्ति भाव से करें।
काम की बात श्रीराम शलाका मध्यप्रदेश एक्सप्लेनर क्राइम रामायण महाभारत फनी जोक्स चुटकुले
अर्थ: हे प्रभू आपके समान दानी और कोई नहीं है, सेवक आपकी सदा से प्रार्थना करते आए हैं। हे प्रभु आपका भेद सिर्फ आप ही जानते हैं, क्योंकि आप अनादि काल से विद्यमान हैं, आपके बारे में वर्णन नहीं किया जा सकता है, आप अकथ हैं। आपकी महिमा का गान करने में तो वेद भी समर्थ नहीं हैं।
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
भजन: शिव more info शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ
स्वामी एक है more info आस तुम्हारी। आय हरहु अब Shiv chaisa संकट भारी॥
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
In times for instance these the place lifetime has grown to be so fast that we barely discover the perfect time to pray, Shiva Chalisa arrives being a blessing for all of us.